Thursday, August 6, 2009

मैं कब सास बनूँगी

जय नारी, जय नारी, नारी नारी जय नारी।

मैं हूँ ऐसी नारी जो है अबला बेचारी,
जब से बनी हूँ सासू सोचा लाइफ होगी धांसू,
जो मेरे साथ हुआ है वो बहू के साथ करूंगी,
पर ये जो मेरी सासू देती है आँख में आंसू,
बोले बन नही सकती तू सास जब तक हूँ मैं तेरे पास।

बनूंगी - बनूंगी मैं कब सास बनूंगी?
रहूंगी - रहूंगी मैं तेरी सास रहूंगी।

बात मेरी तू मान गद्दी पे न दे ध्यान,
माना बनी हैं तू सास फ़िर भी सत्ता मेरे पास।
रहूंगी याद दिलाती मैं दिया हूँ तू है बाती,
पल्लू बाँध ले मेरी बात, तू बहू है मैं हूँ तेरी सास।

रहूंगी - रहूंगी मैं तेरी सास रहूंगी
बनूंगी - बनूंगी मैं कब सास बनूंगी?

No comments:

Post a Comment