Friday, August 14, 2009

सौदा

सौदा कर दिया जो साँसों ने ही साँस का,
जिंदगी होता नही मुझे अब यकीन तेरा।

अंधेरे छा रहे है देख उन चरागों पर,
जलते थे जो देख चेहरा बस हसीन तेरा।

देख हर तरफ़ है धुआं ही छा रहा,
है जल रहा आज रंग था जो बेहतरीन तेरा।

खून मिट गया अब नज़र भी नही आता,
हाथ हो गया पर कैसे यूँ रंगीन तेरा।

लो देखते-देखते है क़यामत आ गई,
क्यूँ चेहरा ज़र्द, उड़ा रंग है नाज़नीन तेरा।

सौदा कर दिया जो साँसों ने ही साँस का,
जिंदगी होता नही मुझे अब यकीन तेरा

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